जैसा की आपको पता है की चीन में कितनी आबादी है और वहाँ के लोग बहुत खुबसुरत भी होते है। यहाँ तक की चीन के बारे में इतना तो जानते ही होन्गे पर क्या आपको ये पता है की आखिर चीन से क्यों फैलती है ऐसे वायरस। कोरोना जैसी महामारी बीमारी का पूरे विश्वभर में फैली हुई व अधिकतर देश इसकी चपेट में हैं। ऐसे में आपको बता दें कि चीन को इसका दोषी माना जा रहा है, परंतु चीन ने ऐसे कोई भी सबूत अपने खिलाफ नहीं छोड़े हैं। इसके साथ ही आपको बता दें कि हमारी खबर लाज़मी टीम ने एक डॉक्टर्स की टीम से वार्तलाप की जिसमें यह सिद्ध हो रहा था कि यह वायरस चीन ने लैब में उत्पन्न किया है। आज हम यही बताने जा रहें है। आइए जानते है।
हाल के वर्षों में कोरोना वायरस सहित कई नई बीमारियों का संक्रमण चीन से ही दुनिया भर मे फैला है। यहाँ के लोग सांप छिपकली से लेकर कई तरह के समुद्रि जीवो का माँस भी खाते है। इसी तरह वायरस का फैलना बहुत ज्यादा हो जाता है और लोगों के लिए मुशिवत खड़ी हो जाती हैँ और फीसदी पशुधन चीन के पास। 60 फीसदी वायरस जानवरों से फैलते है।
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1- 30 नए वायरस पिछले तीन दशक में पता चले
2- 75 फीसदी वायरस जानवरों से मनुष्य में आए
इसी तरह हर साल ऐसे ही वायरस फैलते है। जैसे 2002 में नवंबर में गुआंगडान्ग में सार्स का वायरस मिला था 2013 में एच 7 एन 9 एवियन इनफ्लुऐजा फैला। 2018 में जियांगशु प्रांत से एच 7 एन 4 वायरस से पिड़ित मरीज मिला 2019 में शिनजियांग प्रांत से ही एच एन 6 बर्ड फ्लू फैला दावे से चार गुना संक्रमण। आपकी अधिक जानकारी के लिए बता दें, कि डॉक्टर्स ने बताया कि यदि कोई भी वायरस नौचुरल तौर पर उत्पन्न होता है तो उसका असर आस-पास तक के इलाकों में ही होता है, क्योंकि वह वायरस उसी जगह के वातावरण के अनुकूल हो सकता है। ऐसे में अगर यह कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर में नैचुरल तौर पर उतपन्न हुआ तो इसका असर आस-पास तक इलाके में देकने को मिलता, परंतु ऐसा कुछ नहीं यह वायरस तो विश्वभर में कहर बरसाये हुए है। इसी से यह सिद्ध हुआ है कि इसका निर्माण लैब में हुआ है और लैब में ही इसे हर तरीके के वातावरण के अनुकूल बनाया गया है।
अधिकारिक आंकड़ों के मुकाबले चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 30 गुना ज्यादा हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है की वुहान में पिछले शनिवार तक 44 हजार लोग संक्रमित थे जबकि 25000 लोगों में इसके लक्षण दिेखे।
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