अलीगढ़। भारत अपनी सीमाओं को लेकर इन दिनों खासी दिक्कतों से गुजर रहा हैं क्योंकि भारत के दुश्मन अब अपने चरम पर पहुंच चुके हैं, फिर चाहे वह चीन की धोखेबाजी हो या फिर पाकिस्तान की कोई नाकाम कोशिश। जी हां कोरोना जैसी भयंकर महामारी के बीच भी पाकिस्तान आतंक को अपने यहां शह देने से बाज नहीं आ रहा हैं।
पाकिस्तान में सीमा पार से भारत की ओर आतंकी को भेजना लगातार जारी हैं लेकिन इस बार पाकिस्तान को उनके मंसूबों में कामयाब ना होने देने की भारत ने कसम खा रखी हैं और इसी के चलते भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों को पूरी तरह बेनकाब कर दिया हैं।
पाकिस्तान और भारत में दो टूक
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की 1 वर्चुअल बैठक में भारत ने पाकिस्तान की आतंक परस्त नीति पर सीधा हमला बोला। भारतीय दल का नेतृत्व कर रहे विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (आतंकवाद विरोधी) महावीर सिंघवी ने बैठक में कहा कि “पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता है और जम्मू कश्मीर को लेकर मनगढ़ंत कहानी बनाता हैं”
कोरोनाकाल में साथ देने के बजाय पीठ में छुरा भोकने की फिराक में हैं पाकिस्तान
जी हां अपनी वार्ता में संयुक्त सचिव ने कहा कि, वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान जहां विश्व इससे लड़ने के लिए साथ आ रहे हैं, वहीं पाकिस्तान सीमा पार से आतंकवादियों को भेजने का काम कर रहा हैं। वह भारत के खिलाफ गलत बयानबाजी करने, मनगढ़ंत आरोप लगाने और हमारे आंतरिक मामले में दखलअंदाजी करने में जुटा है। संयुक्त सचिव ने कहा कि, “पाकिस्तान आतंकवादियों को भी स्वतंत्रता सेनानी मानता हैं”
आतंक का शहंशाह दे रहा उपदेश
संयुक्त राष्ट्र की बैठक के दौरान संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी ने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक देश जिसने मुंबई (2008), पठानकोट (2016), उरी और पुलवामा में आतंकी हमले किए, वह अब विश्व समुदाय को उपदेश दे रहा हैं।
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