कैंसर हमारे शरीर की एक ऐसी बीमारी हैं। शरीर के किसी भी हिस्से में कोशिकाओं का असमान्य रुप से बढ़ता जाना केंसर होने का सबसे बड़ा कारण माना जाता हैं। बता दे की जो कैंसर फेंफड़ो से शुरु होता है,तो उसे उस स्थिती में फेफड़ों में केंसर यानि की लंग केंसर कहते हैं। मनुष्य की छाती में 2 स्पॉन्जी फेफड़े यानि की लंग उपस्थित होते हैं। जोंकी ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ने में कारगर हैं। बता दें की बॉलीवुड की जानी मानी हस्ती संजय दत्त भी फैंफड़ो में केंसर से ग्रस्त हैं। सूत्रों के मुताबिक,उन्हे तीसरे चरण का लंग कैंसर हैं। जो सही इलाज न मिलने के कारण जानलेवा भी साबित हो सकता हैं। इसी के चलते आज हम आपको इस जानलेवा बीमारी फैंफड़ो में केंसर के लक्षण, कारण और बचाव के सटीक उपाय साझा करने जा रहे हैं—
आखिर क्या होता हैं फैंफड़ो में केंसर का होना-
आपको बता दें, की शरीर के किसी भी हिस्से में कोशिकाओं का असमान्य रुप से बढ़ता जाना केंसर होने का सबसे बड़ा कारण माना जाता हैं। शरीर के जिस हिस्से में केंसर होता हैं,तो केंसर को उसी हिस्से का नाम दिया जाता हैं। इसलिए अगर फेंफड़ो में असमान्य रुप से कोशिकाएं बढ़ती हैं ,तो इसी अवस्था को फेफड़ों में केंसर कहा जाता हैं। अगर इस बीमारी का समय पर सही इलाज नही कराया गया तो यें काफी घातक साबित होता हैं। जिससे मनुष्य की मृत्यु भी हो सकती हैं।
फेफड़ों में कैंसर के लक्षण-
आमतौर पर फेंफड़ो में होने वाला केंसर शुरुआती चरणों में नही पहचाना जा सकता। शुरुआती चरणों में इसके लक्षण और संकेत दिखाई नही देते हैं। लेकिन कुछ लक्षणों के सामने आने पर सही बचाव कर कैंसर के खतरे से बचा जा सकता हैं
लम्बे समय से खांसी का रहना
छाती में तेज दर्द
सांस लेने में तकलीफ़
खांसी में खून का आना
अचानक से वजन का घटना
बिना काम के थकान महसूस होना
अवाज बैठना
सिर्द में तेज दर्द बना रहना
हड्डियों में दर्द रहना
फेफड़ों में कैंसर के सबसे बड़े कारण
1-धूम्रपान-
धूम्रपान फेफड़ों में कैंसर का सबसे बड़ा कारण हैं। लेकिन बता दे की केवल धूम्रपान करने वाले ही नही बल्कि सैंकंडहैंड स्मोकिंग यानि सिगरेट के धुएँ के सम्पर्क में आने वाले व्यक्ति भी फेंफड़ो के कैंसर का शिकार हो सकते हैं।
2- वायु प्रदूषण-
वायु प्रदूषण भी फेफड़ों में कैंसर का ही कारण हैं। क्योंकि यह शरीर में वायु में उपस्थित प्रदूषित हवा को भेजता हैं। जोकि फेंफड़ो को नुकसान पहुचां सकती है।
3- खराब लाइफस्टाइल-
गलत खान-पान यानि की खराब लाइफ स्टाइल भी फेफड़ों में कैंसर का अहम कारण साबित होता हैं। जंक फूड्स और मसालेदार भोजन का अधिक मात्रा में सेवन करना ऐसी गंभीर बिमारियों का अहम कारण बन सकता हैं।
4-अनुवांशिक कारण-
अनुवांशिकता भी कैंसर के होने का काफी बड़ा कारण होता हैं। अगर परिवार के किसी सदस्य को कोई भी कैंसर हो तो उसकी अगली पीढ़ी को भी इसका खतरा हो सकता हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें की संजय दत्त की मां नगरिस दत्त को ब्लड कैंसर और उनकी पहली पत्नी की मृत्यु भी ब्रेन ट्यूमर से हुई थी।
फेंफड़ो में कैंसर से वचाव—
अधिकांश तौर पर फेफड़ों में कैंसर से बचने के लिए किसी भी तरह के धुम्रपान के सम्पर्क में आने से दूर रहना आवश्यक हैं। सुबह के समय व्ययाम करें और संभव हो सके तो प्रदूषित वाले माहौल से बचें। अपनी डाइट में अधिकतर प्रोटीन, विटामिन्स वाले पदार्थ को शामिल करें।
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