पीरियड्स बंद होने के लक्षण- महिलाओं में एक निश्चित उम्र का पड़ाव पार होने के बाद उनमें पीरियड्स का आना बंद हो जाता हैं। जिसे हम मेनपॉज़ या रजोनिवृत्ति के नाम से भी जानते हैं। जिसके चलते 40-45 की उम्र के बीच महिलाओं में मासिक धर्म यानि पीरियड्स का आना बंद हो जाता हैं। ऐसे में महिलाओं को रजोनिवृत्ति की शुरूआत से पहले उनके अंदर कई शारीरिक बदलाव आते हैं। जो कि महिलाओं में रजोनिवृत्ति के लक्षणों के तौर पर उन्हें महसूस होते हैं। जिनके बारे में आज हम आपको उन्ही लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, तो आइए जानते हैं रजोनिवृत्ति यानि पीरियड्स बंद होने से पहले महिलाएं में नजर आने वाले कुछ विशेष लक्षण—
ये हैं महिलाओं में पीरियड्स बंद होने के लक्षण-
बहुत आता हैं पसीना—
महिलाओं में मेनपॉज़ यानि पीरियड्स बंद होने के दौरान कई लक्षण दिखाई देते हैं। जिनमें से एक हैं पसीने का अधिक आना। बता दें कि मेनपॉज के दौरान महिलाओं में रक्त का असंतुलन बढ़ जाता हैं। जिसके चलते बॉडी की नेचुरल हीट यानि गर्मी भी बढ़ने लगती हैं। जिसके चलते महिलाओं को बेहद पसीना आता हैं। जो कि आमतौर पर महिलाओं को महसूस नही होता हैं। पर वहीं बता दें कि यह आपकी 40-45 की उम्र हैं और आपको पसीना अधिक आता हैं तो यह आपने मेनपॉज यानि पीरियड्स के बंद होने का संकेत हो सकता हैं।
ज्यादा आता हैं पेशाब—
बता दें कि महिलाओं में मेनपॉज यानि पीरियड्स बंद होने के लक्षणों में पेशाब का अधिक आना भी शामिल हैं। बता दें कि मेनपॉज के दौरान महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट में बदलाव होने के कारण पेशाब अधिक आने लगता हैं। कभी-कभी पेशाब का अत्यधिक आना महिलाओं में इतना बढ़ जाता हैं कि हर 25-30 मिनट के बाद उनको यह समस्या महसूस होती हैं जबकि कभी न के समान। जो कि महिलाओं में पीरियड्स बंद होने के लक्षणों में से ही एक बेहद अहम लक्षण हैं।
मांसपेशियाँ ओर हड्डियाँ होती हैं कमजोर—
पीरियड्स बंद होने के दौरान महिलाओं में बल्डसर्कुलेशन में असंतुलन बढ़ जाता हैं। जिसके चलते महिलाओं में माँसपेशियाँ भी कमजोर होने लगती हैं और हड्डियों में कमजोरी आने कारण ज्वॉइंट्स पेन की समस्या उभरने लगती हैं। वहीं शरीर की गर्मी बढ़ने के कारण महिलाओं को चक्कर आने की शिकायत होना भी मेनपॉज़ यानि पीरियड्स बंद होने का ही एक मुख्य लक्षण हैं।
स्किन से लेकर ब्रेस्ट पर भी पड़ता हैं प्रभाव—
मेनपॉज़ के दौरान महिलाओं में कई हार्मोनल बदलाव आते हैं। जिसके चलते हमारी स्किन की चमक कम होने लगती हैं और रूखापन बढञने लगता हैं। वहीं पीरियड्स बंद होने के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा भी प्रभावित होती हैं। जिस वजह से महिलाओं में स्तन सिकुड़ने लगते हैं। जो कि मनपॉज़ यानि पीरियड्स बंद के बेहद अहम लक्षणों के तौर पर महिलाओं में नजर आता हैं।
पाचन तंत्र होता हैं प्रभावित—
मेनपॉज़ (रजोनिवृत्ति) के दौरान महिलाओं में अत्यधिक हार्मोनल बदलावों के चलते पाचन तंत्र बेहद प्रभावित होता हैं। जिसके चलते महिलाओं में पीरियड्स बंद होने के चलते एसिडिटी, पेट में चलन से लेकर जी मिचलाने जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। साथ ही इस दौरान महिलाओं की पाचन शक्ति प्रभावित होने के चलते भूख कम लगना बेहद आम समस्या हैं। जो कि महिलाओं में 40-45 की उम्र में मेनपॉज़ यानि पीरियड्स बंद होने का बेहद अहम लक्षण हैं।
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