Ravana Mandir in india- वैसे देखा जाएं तो हिंदु धर्म में रावण को रामायण का खलनायक माना जाता हैं क्योंकि रावण ने माता सिता का हरण किया था। इसलिए रावण को अन्याय और अधर्म का प्रतीक माना जाता हैं। देवी-देवताओं के मंदिर तो भारत के अलावा पूरि दुनिया में भी काफी देखने को मिल जाते हैं। लेकिन शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी की भारत में कुछ ऐसे जगह भी हैं जहां भगवान राम की नही बल्कि रावण की पूजा की जाती हैं जी हां रावण के मंदिर पुरे भारत में प्रसिद्ध है ,तो आइए जानते है देशभर में मशहूर इन अनोखे मंदिर और उनसे जुड़ी अजीबो गरीब परम्पराओं के बारे में—
ये हैं भारत के प्रसिद्ध रावण मंदिर—Ravana Mandir in india
1-काकीनाडा, आंध्र प्रदेश –
काकीनाडा एक बेहद ख़ूबसूरत जगह हैं। केवल इतना ही नही यहां पर स्थित रावण का मंदिर भी उतना ही अधिक दर्शनिय हैं। इस मंदिर में एक अद्भुत और विशालकाय शिव-लिंग है। इस शिव-लिंग को लेकर यह मान्यता है की इसे स्वंय रावण ने स्थापित किया था। बता दे की इस मंदिर में रावण की लगभग 30 फीट लंबी मूर्ति भी हैं। यहां के स्थानीय मछुआरे इस जगह की देखभाल करते हैं।
2- बिसरख, उत्तर प्रदेश—
ग्रेटर नोयडा के पास स्थित क्षेत्र में बिसरख नाम का गांव हैं। इस गांव को रावण का जन्म स्थान माना जाता हैं। इस गांव में रावण का ऐसा मंदिर स्थित है। जिसमें 42 फिट ऊंची शिवलिंग औऱ 5.5 फिट ऊँचे रावण की मूर्ति के दर्शन किये जा सकते हैं। बिसरख के लोगो का कहना की इस गांव में रावण का बचपन गुजरा हैं। बिसरख में स्थित रावण के मंदिर को लेकर यह भी मान्यता है। कि इसी मंदिर में भगवान शिव नें रावण की तप्सया से खुश होकर उसे दर्शन दिये थे। यही कारण है कि यहां पर कभी रावण का पुतला नही जलाया जाता हैं।
3- दशानन मंदिर, कानपुर— Ravana Mandir in india
कानपुर में स्थित दशानन रावण के मंदिर में दशहरा के दिन हज़ारों लोग रावण की पूजा करते है। इस मंदिर की ख़ासियत यह है की यह मंदिर साल में केवल एक बार दशहरे के त्यौहार पर ही खुलता हैं। स्वंय भगवान श्री राम भी रावण के ज्ञान का सम्मान करते थें। रावण को सभी हिंदु धर्मग्रंथो का ज्ञान था। इसलिए यह कहा जाता है कि रावण जैसा ज्ञानी आज तक पैदा नही हुआ। यहां पर आएं श्रद्धालु इस मंदिर में जाकर रावण को श्रध्दांजली अर्पित करते हैं।
4- मंदसौर ,मध्य प्रदेश—
मंदसौर मध्य प्रदेश का ही एक जिला हैं। जिसका प्राचीन नाम दशपुर हैं। ऐसी मान्यता है कि त्रेताय़ुग में लंका के राजा रावण की पत्नी मंदोदरी का मायका मंदसौर था। सही शब्दों में कहे तो रावण मंदसौर का दामाद था। यहां के खानपुरा इलाके में रावण की प्रतिमा भी स्थापित है। यहा के लोगो का यह मानना है की रावण की पूजा करने से उनके समाज में फैली बिमारियों से उनकी रक्षा करेंगे और उन पर किसी तरह की आंच नही आने देंगे।
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