अलीगढ़- अगर आपका बच्चा छोटा है तो उसको बचपन से ही सारी मैनर्स सिखानी चाहिए क्योंकी जितना बच्चा छोटी सी उमर से सिखना शुरु करता है उतना वो बड़ी उमर से नहीं सिख पाता छोटी उम्र में बच्चे जल्दी बोतों को कैच करते है औऱ सिखते है। इसलिए आज हम आपको बता रहे है की बच्चों को कौन-कौन सी मैर्स हमें बचपन सेखानी चाहिए। तो आइए जानते है।
बच्चों को ‘प्लीज’ और ‘थैंक यू’ कहना सिखाएं
यह एक आम शिष्टाचार है जो बच्चों को सबसे पहले सिखाना चाहिए। बच्चों को उनके बचपन से ही ‘प्लीज’ और ‘थैंक यू’ कहने का महत्व बताएं। उन्हें बताएं कि जब हम किसी से कुछ पूछते या विनती करते हैं, उस वक्त प्लीज कहना चाहिए और किसी की मदद लेने पर या कोई भी चीज लेते समय थैंक यू कहना चाहिए। इससे बच्चों में यह आदत बन जाएगी।
कुछ भी लेने से पहले बच्चों को पूछना सिखाएं
बच्चों को सिखाएं कि वे हमेशा किसी की कोई भी चीज लेने से पहले उनसे पूछ लें क्योंकि वह किसी और की चीज है। चाहे वह चीज उसके दोस्त, रिश्तेदार या माता-पिता का ही क्यों न हो, लेने से पहले पूछना जरूरी है। अपने बच्चे को यह भी सिखाएं कि उसने जो चीज ली है, उसे ‘थैंक यू’ कहते हुए वापस करे।
बच्चों को माफी मांगना सिखाएं या सॉरी बोलना सिखाएं
प्लीज और थैंक यू के साथ बच्चे को सिखाएं कि यदि वह कोई गलती करता है तो उसे सॉरी कहना यानी माफी मांगना भी जरूरी है। बच्चे में गलती करने पर माफी मांगने की आदत होनी चाहिए। बच्चे को सिखाएं कि उसे कब व कहाँ माफी मांगनी चाहिए और हर बार ऐसे ही सॉरी नहीं बोलना चाहिए। माफी मांगना एक स्किल है जिसे अपने बिहेवियर में ढालना आना चाहिए।
अंदर जाने से पहले बच्चों को दरवाजा खटखटाना सिखाएं
बच्चों को विशेषकर घर में प्राइवेसी के मायने सीखना चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए कि किसी के कमरे में जाने से पहले सम्मान से दरवाजा खटखटाकर अंदर आने के लिए पूछना जरूरी है। यदि आपका बच्चा यह सब चीजें आपके सामने करेगा तो उसे अच्छी आदतें बनाने में मदद मिल सकती है।
खांसते या छींकते समय बच्चों को मुंह ढकना सिखाएं
बच्चों को सिखाएं कि उन्हें जब भी खांसी या छींक आती है तो उन्हें अपना मुंह ढकना चाहिए। साथ ही उन्हें बताएं कि कई लोगों के सामने नाक में उंगली डालना बैड बिहेवियर होता है। यह सिर्फ अच्छी आदतें ही नहीं हैं बल्कि यह स्वच्छता का भी एक भाग है।
लोगों का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए
यह बच्चों को शुरू से ही सिखाना चाहिए, यदि एक बच्चे को नहीं पता है तो उसके लिए किसी का मजाक उड़ाना एक आम बात है। आप अपने बच्चे को सीखा सकते हैं कि लोगों के सामने या अकेले में भी किसी का मजाक उड़ाकर उसकी भावनाओं को चोट पहुँचाना अच्छी बात नहीं होती है।
बच्चों को काइंड बनना और लोगों की मदद करना सिखाएं
आप अपने बच्चे में दूसरों के प्रति दया का भाव रखने और किसी की मदद करने की आदत भी डाल सकती हैं। इससे आपके बच्चे को खुद में अच्छा महसूस होगा और वह लोकप्रिय होगा। आप बच्चे को कुछ चीजें सीखा सकते हैं, जैसे यदि किसी के हाथ में बहुत सारा सामान है तो उसके लिए दरवाजे को खोलना और पकड़े रखना या किसी काम में अपने माता-पिता व शिक्षक की मदद करना।
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