अलीगढ़- कोरोना से बचने के लिए सरकार ने 21 दिनों का लॉकडाउन किया तो लोग घरों में कैद होकर रह रहे हैं। वह पार्क नहीं जा पा रहे और नाहीं दौड़ लगा पा रहे और किसी तरह का व्यायाम नहीं कर पा रहे। ऐसे में उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। हम आपको बता रहें है कुछ ऐसे टिप्स जिनकी मदद से महज दस मिनट में आप छोटा-मोटा व्यायाम करके खुद को फिट रख सकते है। तो आइए जानते है इन व्यायामों के बारे में।
वॉल सिट-
हमारे शरीर का पूरा भार पैरों पर हैं, इसलिए शरीर के इस हिस्से का मजबूत रहना बहुत जरुरी है। इसके लिए आप वॉल सिट्स एक्सरसाइज कर सकते है यह व्यायाम जांघ और टांगों के लिए बेहद फायदेमंद है। इससे शरीर का संतुलन बनाने में मदद मिलती है। पेट की चर्बी कम करने में भी यह सहायक है।
क्रंचेज-
कुर्सी पर बैठ जाइए और अपने पैरों से जमान पर दबाब दीजिए। इससे आपको पैरों की मांसपेशियों का व्यायाम हो सकेगा। साथ ही आप कुर्सी पर बैठकर क्रंचेज भी लगा सकते है, जो आपको पेट कम करना मं मदद करेगी।
चेयर स्टेप-
एक कुर्सी की मदद से आप इस अभ्यास को कर सकते हैं। चेयर स्टेप्स करने के दौरान इस बात का ध्यान रखना जरुरी है कि शरीर सीधा हो । इसके लिए ऐसी कुर्स का चयन किया जाए जिसका संतुलन सही हो।
पुश अप-
नियमित तौर पर व्यायाम करने वालों की जिंदगी का अहम हिस्सा है। पुश अप की सबसे खास बात यह है कि इससे आपको पूरे शरीर का वर्कआउट हो जाता है और थोड़े समय में ही चुस्त महसूस करने लगते हैं इसे आप अपनी सुविधानुसार जितना चाहे कर सकते हैं।
ट्राइसेपस डिप्स-
कुर्सी पर ट्राइसेप्स डिप्स के जरिए आप अपनी बाहों की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं इस पूरे एक्सरसाइज के जरिए शरीर के निचले हिस्से की जगह नौकरी में बड़ी मांसपेशियां विकसित होती है।
स्क्वैटस-
दोनों हाथों सामने की ओर खुले रहते हैं सीधे खड़े हों व छाती बाहर निकाले घुटनो को मोड़ ऐसे बैठे जैसे कुर्सी पर बैठ रहे हैं तब तक नीचे झुकें जब तक आपकी जांघे जमीन के समांतर ना हो जाएं और सांस छोड़े।
साइड प्लैंक-
सेट के आखिर में साइड प्लैंक्स को जगह दी गई है तो अगर आप भी कम समय में फिट बॉडी चाहते हैं तो इन 12 एक्सरसाइज के सेट को आजमा सकते हैं।
हाई नीज-
अक्सर आपने एथलीटों को हाई निज या एक जगह दौड़ते देखा होगा वॉर्म अप के साथ ही इसमें अच्छी तरह से सांस लेते हैं।
धीमी दौड़-
जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कॉर्डियोलॉजी के मुताबिक हर दिन सिर्फ 7 मिनट तक धीमी दौड़ लगाने से सेहत पर जोखिम कम होता है।
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