कुछ समय पहले गंजापन एक आनुवांशिक समस्या मानी जाती थी पर आज गंजापन व्यक्ति की जीवनशैली से जुड़ी एक समस्या बन गई है। गंजापन यानी बालों का कम होना या धिरें-धिरे खत्म हो जाना। इसे मेडिकल की भाषा में एलोपीसिया भी कहा जाता है और इससे बचने के लिए लोग कई प्रकार के हटक़ड़े अपनाते है तब भी उनका कुछ अच्छा रिजल्ट नही निकलता है इसलिए हम आपको बताने जा रहे है। गंजापन से छुटकारा पानें के एकदम प्राकृतिक तरीको के बारे में-
इस तरह करें प्राकतिक इलाजः-
दवाएं– बालों को गिरने और टूटने से बचाने के लिए कुछ दवाएं काफी असरदार होती है। कई बार आयरन सप्लीमेट्स की पूर्ति से ही बालों का झड़ना कम हो जाता है। इसलिए आप इन दवाऔ का इस्तेमाल करकें भी अपने बालों का इलाज कर सकते है।
हेयर ट्रांसप्लांट– अगर आपके बाल एक सीमा से कई गुना ज्यादा गिरने लगते है और सिर के आगे या फिर ऊपरी हिस्से पर गंजापन दिखने लगता है, तो हेयर ट्रांसप्लांट की मदद ली जा सकती है। इसमें डॉक्टर शरीर के दूसरे हिस्सो से बाल लेकर गंजेपन वाली जगह पर स्थापित कर देते है। ज्यादातर मामलों में ये बाल सिर के पिछे के हिस्से से लिए जाते है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की इससे शरीर पर छोटे-मोटे निशान भी पढ जाते है और संक्रमण की आशंका भी बनी रहती है। यह प्रक्रिया काफी लंबी और मंहगी भी होती है।
मेसोथेरेपी– इस थेरेपी के दौरान स्कैल्प की त्वचा पर सुई के जरिए विटामिन और प्रोटीन पहुंचाया जाता है। इसमें आपके हेयर फॉलिकल्स को ठीक कर दोबारा बाल उगाने की कोशिश की जाती है।
प्लेटलेट रिच प्लाज्मा थेरेपी (पीआरपी)– इस थेरेपी में सर्जरी की मदद से शरीर की प्लेटलेट्स से ही उपचार किया जाता है। इस थेरेपी से आपकी त्वचा को संक्रमण का खतरा नही होता है और इसमें जल्दी बाल उगने शुरु हो जाते है।
विग और हेयरपीस– जब कोई व्यक्ति पूरी तरह गंजा हो जाता है तो उसके लिए विग और हेयरपीस का ही एक मात्र उपाय बचता है। इसमें उसके लिए पूरी तरह असली लगने वाले बाल तैयार किए जाते है, जो उसके लुक और प्राकृतिक बालों से मिलते-जुलते होते है साथ ही इनका इस्तेमाल भी काफी आसान होता है।
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