नए जीवन की आहट, तमाम एतिहाद की लिस्ट, सही आहार ,नियमित व्यायाम इन सब के साथ साथ गर्भावस्था त्वचा की सही देखभाल की भी मांग करता है । शरीर में हो रहे और मोनल बदलावों का असर हमारी त्वचा पर भी स्पष्ट रूप से नजर आने लगता है यह बात सही है कि अच्छी डाइट पर इन्हीं हार्मोनल बदलाव के कारण गर्भावस्था के दौरान त्वचा और बाल दोनों ही सेहत दुरुस्त हो जाती है । पर गर्भावस्था के दौरान त्वचा से जुड़ी एक और आम समस्या है। जिसे बहुत कम महिलाएं बच पाती हैं उस समस्या है वह समस्या है स्ट्रेचमार्क्स ।

एक अध्ययन के मुताबिक गर्भावस्था के छठे से लेकर 7 माह तक में लगभग 90% गर्भवती महिलाओं को यह समस्या झेलनी पड़ती है । डॉक्टरों के मुताबिक ट्रक से बचने की तैयारी गर्भावस्था की शुरुआत से ही करनी चाहिए । इसे पूरी तरह से रोक पाना मुश्किल है लेकिन कुछ एहतियात बरतकर इनकी क्षमता को कम किया जा सकता है । डिलीवरी के बाद ही नजर आने लगते हैं ।


कई बार यह कुछ समय के भीतर हल्की होने लगते हैं ।लेकिन कुछ मामलों में ही गायब होने में 5 से 6 साल का समय भी लग सकता है । गर्भवती महिलाओं की सही देखभाल के जरिए इन्हें पढ़ने का प्रयास कर सकती हैं ।
जब आपका शरीर सामान्य तौर पर बढ़ता है । तो त्वचा भी शरीर के विकास के हिसाब से फैलती है । हालांकि अगर आपका वजन अचानक तेजी से बढ़ जाए तब भी त्वचा के लिए उससे मेल बिठा पाना मुश्किल हो जाता है । इस प्रक्रिया में त्वचा के नीचे मौजूद फाइबर टूट जाते हैं। जिसे स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं ।

गर्भावस्था के दौरान भी यही होता है गर्भावस्था के 9 महीने में एक गर्भवती महिला का वजन औसतन 15 से 20 किलोग्राम तक बढ़ जाता है । इसमें अधिकांश वसा पेट के आसपास वाले हिस्से में बढ़ती है यही वजह है कि गर्भावस्था में सबसे ज्यादा स्ट्रेच मार्क्स के आसपास वाले हिस्से में ही नजर आते हैं ।अगर आप किसी से अपनी त्वचा को ज्यादा से ज्यादा खींचने में मदद कर पाती हैं तो आपको स्ट्रेच मार्क्स उतनी ही कम होंगे ।
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