अलीगढ़- हम सभी को अपनी लाइफ में किसी ना किसी चीज के लिए टेंशन होना स्वभाविक हैं। एक तरह से हम यह कह सकते हैं कि टेंशन भी जरूरी हैं क्योंकि किसी चीज की चिंता ही हमें उस चीज के प्रति सावधानियाँ रखना और उस चीज को पाने के लिए मेहनत करना भी सिखाती हैं, पर हमने अपने बड़े बुजुर्गो से सुना हैं कि अति हर चीज की बुरी होती हैं।
जब भी हम ज्यादा टेंशन लेते हैं तो वह चीज हमें खुद से ही नष्ट करना शुरू कर देती हैं और जिससे छुटकारा पाने के लिए हमें सबसे आसान रास्ता सुसाइड का ही लगता हैं। जी हाँ आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी समस्याओं के बारे में, जोकि किसी भी व्यक्ति को आत्महत्या Suicide करने के लिए मजबूर करने का एक अहम कारण होती हैं तो आइए जानते हैं इस गंभीर मनोचित्सक स्थितियों का पूरा सच-
डिप्रेशन हैं एक बड़ा कारण-
हाल ही में बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या Suicide का कारण डिप्रेशन को बताया गया। डिप्रेशन एक ऐसी मनोचिकित्सक स्थिति हैं जिसमें मनुष्य सिर्फ एक ही नकारात्मक सोच पर पूरी तरह से निर्भर हो जाता हैं और उसी चीज के बारे में हर वक्त सोचने लगता हैं जिसे डिप्रेशन कहते हैं जिसके चलते व्यक्ति अपने दिमाग पर एक ही चीज को हर वक्त सोचने के लिए इतना प्रेशर डालता हैं कि हमारी तर्क- वितर्क की क्षमता धीरे-धीरे खत्म होने लगती हैं जिससे उस व्यक्ति का अत्यधिक अशांत मस्तिष्क भी पीड़ित व्यक्ति को शांति के लिए आत्महत्या Suicide की राह दिखाता हैं।
दर्दनाक तनाव ही बनता हैं खुदकुशी की एक बड़ी वजह-
ज्यादातर जब भी कोई महिला किसी भी प्रकार के दुष्कर्म या टॉर्चर से पीड़ित होती हैं तब वह समाज में बदनामी और भी कई समस्याओ के कारण दोषियों के खिलाफ आवाज़ नहीं उठा पाती और यही वजह उनके लिए असहनीय मानसिक स्थिति और दर्दनाक तनाव का कारण भी बन जाती हैं और उस तनाव की घुटन से निजात पाने का एक ही रास्ता पीड़ित को आसान लगता हैं और वो हैं ख़ुदकुशी।
नशीले पदार्थों की लत भी हैं एक अहम कारण-
जो लोग नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं और इन सभी बुरी लतों से घिरा हुआ व्यक्ति जब इनसे छुटकारा पाना चाहता हैं या नशीले पदार्थो के सेवन के लिए पैसे नहीं जुटा पाता तब वह व्यक्ति या तो चोरी करता हैं वरना इन बुरी आदतो से हमेशा-हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए वह आत्महत्या Suicide का रास्ता सबसे मुनासिब समझकर उसका चयन कर लेता हैं।
हानि का डर बन जाता हैं आत्महत्या का डगर-
हर एक व्यक्ति की जिंदगी में कामयाबी के रास्ते पर प्रॉफिट और लॉस जरूर आता हैं और बिज़नेस या किसी भी कामयाबी के रास्ते पर जब वह व्यक्ति अपने आप को जीवन के इन दो पहलूओं को नहीं समझा पाता तब वह इन सब से बचने के लिए आत्महत्या Suicide जैसा गंभीर कदम उठा लेता हैं।
निराशाओ से बढ़ाती हैं आत्महत्या की आशा-
मनुष्य के जीवन की आशाऐं हर एक वो चीज हैं जो उसके साथ जुड़ी होती हैं, परंतु जब वही आशाऐं किसी वजह से निराशाओं में बदलने लगती हैं तो व्यक्ति अपने- आप को अकेला समझने लगता हैं और इस अकेलेपन और निराशाओं की जिंदगी से अच्छी उस व्यक्ति को मौत लगने लगती हैं।
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